पितृ ऋण को कभी भूलना नहीं चाहिए इसलिए पितृ पक्ष में तर्पण, श्राद्घ करे। पूरा विधि विधान यहां पढे!
पितृ पक्ष (श्राद्ध करने की विधि) पितृलोक से पृथ्वी लोक पर पितरो के आने का मुख्य कारण उनकी पुत्र-पौत्रादि से आशा होती है की वे उन्हें अपनी यथासंभव शक्ति के…
